कर्कश आवाज़ वाले कप्तान ने एक और विलम्ब की घोषणा की । मैं विमान में अपनी खिड़की वाली सीट में कसी बैठी थी जो दो घंटे से एक ही जगह खड़ा था l  मैं हताशा में खिज रही थी l  एक लम्बा कार्य-सप्ताह के कारण बाहर रहने के बाद,  मैं आराम और घर के विश्राम के लिए तरस गयी थी । और कितनी देर?  जब मैंने वर्षा के बूंदों से आच्छादित खिड़की से बाहर देखा,  मैंने ध्यान दिया कि सीमेंट की दरार में हरी घास का एक अकेला त्रिकोण बढ़ रहा है जहाँ हवाई पट्टियां मिल रही थी l उस ठोस कंक्रीट के बीच में ऐसा विचित्र दृश्य ।

एक अनुभवी चरवाहे के रूप में,  दाऊद अच्छी तरह से जानता था कि विश्राम से भरी हरी चराइयां उसकी भेड़ों की ज़रूरत थी l भजन 23 में, उसने एक महत्वपूर्ण सबक दिया,  जो उसे इस्राएल के राजा के रूप में अग्रणी दिनों में आगे ले जाने वाला था l “यहोवा मेरा चरवाहा है, मुझे कुछ घटी न होगी l वह मुझे हरी हरी चराइयों में बैठाता है . . . वह मेरे जी में जी ले आता है”  (पद.1-3) l

एक हवाईअड्डा की पक्की कंक्रीट जंगल पर, अपने गंतव्य में विलंबित और आराम और विश्राम रहित महसूस करते हुए, परमेश्वर, मेरा अच्छा चरवाहा, मेरा ध्यान उस हरे रंग के टुकड़े की ओर ले गया l उसके साथ संबंध में,  मैं जहाँ भी हूँ,  उसके आराम के निरंतर प्रावधान को देख सकती हूँ – अगर मैं ध्यान दूँ और उसमें प्रवेश करूँ ।

यह पाठ वर्षों से कायम रहा है : हरा ढूंढ़ते रहें l वह वहां है l जब हमारे जीवन में परमेश्वर का साथ है, तो हमें कुछ भी घटी नहीं है l वह हमें हरी हरी चराइयों में बैठाता है l वह मेरे जी में जी ले आता है l