जब जेम्स सिर्फ छह साल का था,  उसके बड़े भाई डेविड की एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई l यह डेविड के चौदहवें जन्मदिन से पहले का दिन था l इसके बाद के वर्षों में,  जेम्स ने अपनी माँ, मार्गरेट को दिलासा देने की पूरी कोशिश की,  जो कभी-कभी अपने गहरे दुःख में खुद को याद दिलाती थी कि उसके बड़े बेटे को कभी बड़े होने की चुनौतियों का सामना नहीं करना पड़ेगा l जेम्स बैरी की फलदायक कल्पना में,  दशकों बाद वही विचार अत्यधिक प्रिय बच्चों की कहानी चरित्र के लिए प्रेरणा बन जाएगा,  जो कभी वृद्ध नहीं होगा : पीटर पैन l फुटपाथ की दरार से फूटकर निकलनेवाले फूल की तरह,  अकल्पनीय व्यथा की कठोर भूमि से भी उत्कृष्ट उभरा l

यह कितना सुकून देनेवाला विचार है कि परमेश्वर, असीम रूप से अधिक रचनात्मक तरीके से, हमारी सबसे कठिन परिस्थितियों में से अच्छा उत्पन्न करने में सक्षम है l रूत के पुराने नियम की कहानी में इसका एक सुंदर चित्रण है l नाओमी ने अपने दो बेटों को खो दिया, जिससे वह  किसी साधन या सहारा के बगैर रह गयी l उसकी विधवा बहू रूत ने नाओमी के साथ रहकर  उसकी मदद करने और उसके परमेश्वर की सेवा करने का चुनाव किया (रूत 1:16) l अंत में, परमेश्वर के प्रावधान से उसे अप्रत्याशित खुशी मिली l रूत ने दोबारा विवाह किया और उसके एक बेटा हुआ, और उन्होंने उस “लड़के का नाम ओबेद रखा l यिशै का पिता और दाऊद का दादा वही हुआ” (4:17) l उसे यीशु के पूर्वजों में भी सूचीबद्ध किया जाना था (मत्ती 1:5) l

परमेश्वर की कोमल दया हमारी थाह लेने की क्षमता से परे पहुँचती है और हमसे आश्चर्यजनक स्थानों में मुलाकात करती है l देखते रहिये! शायद आज आप इसे देख सकेंगे l