एक युवा पिता ने अपने बच्चे को अपनी बाहों में उठाए हुए था, उसके लिए गा रहा था और उसे लय में झुला रहा था l बच्चे में श्रवण-दोष था, जिससे वह मधुर गीत या शब्द नहीं सुन सकता था l फिर भी पिता ने अपने बेटे के लिए गाया, अपने बेटे के प्रति प्रेम का एक सुंदर, कोमल कार्य किया l और उसका प्रयास उसके छोटे लड़के के आनंदमय मुस्कान से पुरस्कृत किया गया l

पिता-पुत्र की अदला-बदली का अलंकार सपन्याह के शब्दों का असाधारण प्रतिरूप है l पुराने नियम के भविष्यवक्ता का कहना है कि परमेश्वर खुशी-खुशी अपनी बेटी, यरूशलेम के लोगों के लिए गाएगा (सपन्याह 3:17) l परमेश्वर को अपने प्यारे लोगों के लिए अच्छे काम करने में आनंद मिलता है, जैसे कि उनकी सजा को वापस लेना और उनके दुश्मनों को वापस करना (पद.15) l सपन्याह का कहना है कि उनके पास अब डरने की कोई वजह नहीं है और इसके बजाय खुशी मनाने का कारण है l

हम, जो परमेश्वर की संतान के रूप में यीशु मसीह के बलिदान द्वारा छुड़ाए गए हैं, कभी-कभी कम सुनते हैं – असमर्थ, या हमारे लिए परमेश्वर द्वारा उल्लासित  प्रेम के गाने की ओर अपने कानों को अनुकूल बनाने में शायद अनिच्छुक होते हैं l हमारे लिए उसका गहरा प्रेम उस युवा पिता की तरह है, जो अपने बेटे की सुनने में असमर्थता के बावजूद अपने बेटे के लिए प्यार से गाया l उसने हमारी सजा भी समाप्त कर दी है, जिससे हमें खुश होने के लिए अतिरिक्त कारण मिला है l शायद हम उसकी आवाज़ में ज़ोर से गूंज रही खुशी को और अधिक बारीकी से सुनने की कोशिश कर सकते हैं l पिता, हमें आपकी स्नेही धुन सुनने और आपकी बाहों में सुरक्षित रूप से रहने के लिए मदद करें l