उस घायल घोड़े का नाम ड्रमर बॉय रखा गया था, जो ब्रिटिश सैनिकों को प्रसिद्ध चार्ज ऑफ़ द लाइट ब्रिगेड(Charge of the Light Brigade) के दौरान युद्ध में ले जाने वाले 112 घोड़ों में से एक था l इस घोड़े ने इतनी वीरता और शक्ति दिखाई कि उसका नियुक्त कमांडर, लेफ्टिनेंट कर्नल डी सेलिस, ने निर्णय लिया कि उसका घोडा उसके बहादुर सैनिकों की तरह मैडल का हक़दार था l यह तब भी किया गया जब दुश्मन सेना के विरुद्ध उनकी सैन्य कारवाई विफल रही l फिर भी घुड़सवार सेना की वीरता, उनके घोड़ों के साहस से मेल खाती हुयी, संघर्ष को ब्रिटेन के सबसे महान सैन्य क्षणों में से एक के रूप में स्थापित किया, जिसे आज भी मनाया जाता है l 

हालाँकि, यह टकराव बाइबल की एक प्राचीन कहावत की बुद्धिमत्ता को प्रगट करता है : “युद्ध के दिन के लिये घोड़ा तैयार तो होता है, परन्तु जय यहोवा ही से मिलती है” (नीतिवचन 21:31) पवित्रशास्त्र इस सिद्धांत की स्पष्ट रूप से पुष्टि करता है l “क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे शत्रुओं से युद्ध करने और तुम्हें बचाने के लिये तुम्हारे संग संग चलता है” (व्यवस्थाविवरण 20:4) । वास्तव में, मृत्यु के डंक के विरुद्ध भी, प्रेरित पौलुस ने लिखा, “परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हमें जयवन्त करता है” (1 कुरिन्थियों 15:57) l 

यह जानते हुए, अभी भी हमारा कार्य जिन्दगी की कठिन परीक्षाओं के लिए तैयार रहना है । एक सेवकाई को स्थापित करने के लिए, हम अध्ययन करते हैं, काम करते हैं और प्रार्थना करते हैं । एक सुंदर कला बनाने के लिए हम एक कौशल में महारत हासिल करते हैं । एक पहाड़ को जीतने के लिए, हम अपने उपकरणों को प्राप्त करते हैं और अपनी शक्ति बढ़ाते है । फिर तैयार होकर, हम मसीह के सामर्थी प्रेम में जयवंत से भी बढ़कर हैं l