चक दे! इन्डिया 2002 की कॉमन वेल्थ गेम्स में भारतीय महिला हॉकी टीम की जीत पर आधारित एक काल्पनिक बॉलीवुड फिल्म है l मुख्य दृश्यों में से एक में, कोच का किरदार  निभाने वाले अभिनेता शाहरुख़ खान टीम को सखापन और टीम वर्क का भाव विकसित करने में मदद करता है l प्रारंभ में जब खिलाडी अपना परिचय देते हैं, तो वे अपना नाम और फिर अपने गृह राज्य का नाम बताते हैं l हालाँकि वह उन्हें सिखाता है कि वे अब एक राज्य के नहीं हैं, लेकिन वे एक टीम हैं──टीम इन्डिया l पारस्परिक समर्थन का यह मनोभाव उन्हें सफल बनाने में मदद करता है और अंततः विषय मंच पर जीत दिलाता है l 

परमेश्वर अपने लोगों से एक दूसरे की मदद करने के लिए संगठित होने की इच्छा रखता है l प्रेरित पौलुस ने थिस्सलुनीकियों से “एक दूसरे की उन्नति का कारण [बनने] का आग्रह किया (1 थिस्सलुनीकियों 5:11) l परमेश्वर ने हमें अपने लोगों के परिवार में हमारे जीवन में समर्थन के लिए रखा है l मसीह में जीवन की राह पर चलते रहने के लिए हमें एक-दूसरे की आवश्यकता है l कभी-कभी इसका मतलब हो सकता है कि किसी ऐसे व्यक्ति की सुनना जो संघर्ष कर रहा है, व्यवहारिक ज़रूरत पूरा करना, या प्रोत्साहन के कुछ शब्द बोलना l हम सफलताओं का जश्न मना सकते हैं, एक कठिनाई में ताकत के लिए प्रार्थना कर सकते हैं, या विश्वास में बढ़ने के लिए एक दूसरे को चुनौती दे सकते हैं l और हर बात में, हम हमेशा “सब से भी भलाई ही की चेष्टा” (पद.15) कर सकते हैं l 

यीशु के साथ-साथ परमेश्वर पर भरोसा रखने के लिए हम अन्य विश्वासियों के साथ मिलकर किस तरह के सखापन का आनंद ले सकते हैं!