किशोर गिरोह का नेता केसी और उसके समर्थकों ने घरों और कारों में तोड़-फोड़ की, सुविधा भण्डार लूट लिए और अन्य गिरोह से लड़ाई की l आख़िरकार, केसी को गिरफ्तार किया गया और सजा सुनाई गयी l जेल में, वह “शॉट कॉलर(Shot Caller-बॉस)” बन गया, व्यक्ति जिसने दंगों के दौरान घर के बने हुए चाक़ू बांटे l 

कुछ समय बाद, उसे एकांत कारावास में रखा गया l अपने कक्ष में, केसी ने एक “चलचित्र” का अनुभव किया जिसमें उसने अपने जीवन की क्रमबद्ध घटनाओं की पुनरावृत्ति देखी──और यीशु को देखा, जिसमें उसे ले जाया जा रहा है और क्रूस पर किलों से ठोंका जा रहा है और वह कह रहा था, “मैं यह तुम्हारे लिए कर रहा हूँ l” केसी रोते हुए फर्श पर गिर गया और अपने पापों को स्वीकार किया l बाद में, उसने एक पास्टर के साथ अपने अनुभव को साझा किया, जिसने यीशु के बारे में और समझाया और उसे एक बाइबल दी l “यह मेरे विश्वास की यात्रा की शुरुआत थी,” केसी ने कहा l आख़िरकार, उन्हें मेनलाइन कैदखाने में डाल दिया गया, जहाँ कैदी स्वतंत्रता से एक दूसरे से मिल सकते थे, जहाँ उसके विश्वास के लिए उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया l लेकिन उसने शांति महसूस की, क्योंकि “[उसने] एक पवित्र बुलाहट प्राप्त की थी : दूसरे कैदियों को यीशु के विषय बताता था l”

तीमुथियुस को लिखे अपने पत्र में, प्रेरित पौलुस जीवन को बदलने की मसीह की सामर्थ्य के विषय बात करता है l परमेश्वर हमें दुराचार के जीवन से निकालकर यीशु का अनुसरण करने और उसकी सेवा करने के लिए बुलाता है (2 तीमुथियुस 1:9) l जब हम विश्वास से उसे स्वीकार करते हैं, हम मसीह के प्रेम के जीवित गवाह बनने की अभिलाषा करते हैं l पवित्र आत्मा हमें ऐसा करने के लिए सक्षम बनाता है, उस समय भी जब सुसमाचार साझा करने के अपने प्रयास में हम पीड़ा सहते हैं (पद.8) l केसी के समान , आइये हम अपनी नई बुलाहट के अनुकूल जीएँ l