वाल्डो कहाँ है? नामक बच्चों की प्रसिद्ध पुस्तक श्रृंखला में  पकड़ में ना आने वाला एक व्यक्ति एक लाल और सफेद धारीदार शर्ट और मोज़े के साथ मेचिंग टोपी, नीली जींस, भूरे रंग के जूते और चश्मा पहनता है। सचित्र बनाने वाले ने दुनिया भर के विभिन्न स्थानों पर पात्रों की भीड़ से भरे व्यस्त चित्रों के भीतर बड़ी चतुराई से वाल्डो को सादे दृष्टि से छिपा दिया। वाल्डो को देखना हमेशा आसान नहीं होता, लेकिन उसका सिरजनहार वादा करता है कि पाठक हमेशा उसे ढूंढ पाएंगे। यद्यपि परमेश्वर को खोजना वास्तव में पहेली पुस्तक में वाल्डो की तलाश करने जैसा नहीं है, किन्तु हमारा सिरजनहार वादा करता है कि हम उसे भी ढूंढ सकते हैं।

भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह के द्वारा, परमेश्वर ने अपने लोगों को निर्वासन में परदेशियों के रूप में रहने का निर्देश दिया (यिर्मयाह 29:4-9)। उसने तब तक उनकी रक्षा करने की प्रतिज्ञा की जब तक कि वह उन्हें अपनी सिद्ध योजना के अनुसार पुनर्स्थापित नहीं कर देता (पद. 10-11)। परमेश्वर ने इस्राएलियों को आश्वासन दिया कि उसकी प्रतिज्ञा का पूरा होना प्रार्थना में उसे पुकारने की उनकी प्रतिबद्धता को गहरा करेगी (पद. 12)।

आज, भले ही परमेश्वर ने यीशु की कहानी और आत्मा में स्वयं को प्रकट किया है, लेकिन इस दुनिया की व्यस्तता से विचलित होना आसान है। हम यह सवाल करने के लिए भी विवश हो सकते हैं कि, “परमेश्वर कहाँ हैं?” हालांकि, सभी चीजों का सृष्टिकर्ता और पालनकर्ता इस बात को घोषित करता हैं कि जो लोग उसके हैं वे हमेशा उसे पाएंगे यदि वे अपने पूरे दिल से उसे ढूंढते हैं (पद. 13-14)।