मेरे बचपन के घर का गैरेज कई यादें समेटे हुए है। हर शनिवार की सुबह, मेरे पिताजी हमारी कार को गैरेज़ से निकालकर ड्राइववे में पार्क कर देते थे, ताकि  हमारे पास काम करने के लिए जगह हो जाये — मेरी पसंदीदा एक टूटी हुई गो–कार्ट(एक छोटी रेसिंग कार) को ठीक करने के लिये, जो हमें कहीं से मिली थी। उस गैराज में, हमने उसमें नए पहिए लगाये, प्लास्टिक की एक अच्छी विंडशील्ड लगाई, और जब मेरे पिताजी सड़क पर ट्रैफिक  को देख रहे होते थे तो मैं ड्राइववे पर  उत्तेजना के साथ दौड़ता था। ! पीछे मुड़कर देखता हूं, तो उस गैरेज में केवल गो–कार्ट को ठीक करने के अलावा और भी बहुत कुछ हो रहा था। एक युवा लड़के को उसके पिता द्वारा आकार दिया जा रहा था, बनाया जा रहा था, और इस प्रक्रिया में परमेश्वर की एक झलक दिखाई  दे रही थी।  

मनुष्यों को परमेश्वर के अपने स्वभाव के अनुरूप बनाया गया है(उत्पत्ति 1:27–28)। मानव पालन पोषण का मूल परमेश्वर में भी है, क्योंकि “वह पिता है, जिस से स्वर्ग और पृथ्वी पर हर एक घराने का नाम रखा जाता है” (इफिसियों 3:14–15) । जिस तरह माता पिता बच्चों को दुनिया में लाकर ईश्वर की जीवन देने वाली क्षमताओं का अनुकरण करते हैं, जब वे अपने बच्चों का पालन–पोषण और सुरक्षा करते हैं, तो वे अपने आप में नहीं बल्कि पिता ईश्वर में गुणों को व्यक्त करते हैं। वह एक ऐसा  नमूना (मॉडल) है जिस पर सभी परवरिश (पेरेंटिंग)आधारित हैं।

मेरे पिता पूरी तरह से ठीक तो नहीं थे। हर पिता और माता की तरह उनका पालन–पोषण कभी कभी स्वर्ग की नकल करने में विफल रहा। लेकिन जब अक्सर परमेश्वर की नकल की, तो इसने मुझे परमेश्वर के अपने पालन–पोषण और सुरक्षा की एक झलक दिखाई — ठीक वहीं पर जंहा  जब हमने गैराज के फर्श पर गो–कार्ट ठीक करी।