1917 में, न्यूयॉर्क शहर के एक सबसे प्रसिद्ध फैशन डिज़ाइन स्कूल में दाखिला लेने के लिए एक युवा टेलर बहुत खुश था l लेकिन जब ऐन कोन फ्लोरिडा से आकर पंजीकरण कराने पहुँची, तो निदेशक ने इनकार किया l श्रीमति कोन, अशिष्टता से हमें कहना है, हम नहीं जानते थे कि आप एक नीग्रो(अफ़्रीकी) हैं l” जाने से इनकार करते हुए, उसने विनती की : कृपया मुझे यहाँ रहने दें l उसकी दृढ़ता को देखते हुए, निदेशक ने ऐन को रहने दिया, लेकिन उसे केवल श्वेतों की कक्षा से अलग कर दिया और पिछले दरवाजे को “[उसके] सुनने के लिए” खुला छोड़ दिया l

निर्विवाद रूप से गुणवान, ऐन छह महीने पहले स्नातक हो गयी और अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला जैकलीन केनेडी सहित उच्च-समाज के ग्राहकों को आकर्षित किया, जिनके विवाह का विश्व प्रसिद्ध गाउन उन्होंने डिज़ाइन किया l उन्होंने अपने सिलाई की दूकान के ऊपर एक पाइप फटने से पहली पोशाक के बर्बाद होने के बाद, ईश्वर की मदद मांगकर दो बार गाउन बनाया l

इस प्रकार की दृढ़ता शक्तिशाली है, विशेषकर प्रार्थना में l दृढ़ विधवा के यीशु के दृष्टान्त में, एक विधवा बार-बार न्याय के लिए एक भ्रष्ट न्यायधीश से विनती करती है l पहले तो उसने इनकार किया, परन्तु “यह विधवा मुझे सताती रहती है, इसलिए मैं उसका न्याय चुकाऊँगा” (लूका 18:5) l

कहीं अधिक प्रेम के साथ, “क्या परमेश्वर अपने चुने हुओं का न्याय न चुकाएगा, जो रात-दिन उसकी दुहाई देते रहते हैं?” (पद.7) l वह करेगा, यीशु ने कहा (पद.8) l जैसा कि वह हमें प्रेरित करता है, आइए हम लगातार प्रार्थना करते रहें और कभी हार न माने l अपने समय और सिद्ध तरीके से, परमेश्वर उत्तर देगा l