Month: दिसम्बर 2019

पिता की आशीष

हाल ही में, हमारे चर्च के कई लोग – जिन्होनें अपने पिता के साथ ख़राब संबंधों का अनुभव किया था, ने मुझे एक प्रेमी, पिता के रूप में खड़े होने और उनके ऊपर आशीष माँगने के लिए कहा l उस आशीष ने उन तरीकों के लिए माफ़ी मांगी जिससे एक पिता अपने बच्चों को चोट पहुँचा सकता है जब वह उनसे बहुत ऊँचीं या बहुत दूर की अपेक्षाएँ करता है और कोमल उपस्थिति और समर्थन देने में विफल होता है l इसने प्रसन्नता, प्रशंसा और प्रचुर प्रेम का भी उच्चारण किया l आशीष साझा करते समय, मैं रोया l मुझे अहसास हुआ कि मुझे अभी भी ऐसे शब्दों की आवश्यकता है, और मेरे बच्चों को भी उनकी कितनी अधिक आवश्यकता है l

पवित्रशास्त्र बार-बार परमेश्वर को हमारे पिता के रूप में बताता है, जो हमारे पास मौजूद विकृत पिता की छवि को पुनः आकार देने की वास्तविकता है l परमेश्वर, हमारे अनंत पिता, ने हमसे सिद्ध “प्रेम” करके हमें “परमेश्वर की संतान” बनाया है (1 युहन्ना 3:1) l परमेश्वर के पुत्र और पुत्रियों के रूप में हमारी पहचान हमें अनिश्चित, भय उत्पन्न करने वाले संसार में स्थापित करता है l “हम परमेश्वर की संतान हैं,” युहन्ना कहता है, “भले ही अभी तक यह प्रगट नहीं हुआ” है (पद:2) l मौजूद चुनौतियों का सामना करते हुए, हम सभी सही मायने में भरोसा कर सकते हैं कि हमारा पिता हमसे प्रेम करता है और हमारे लिए प्रबंध करता है और कभी रुकता नहीं l जब सब कुछ कह दिया जाता है और कर दिया जाता है, परमेश्वर यूहन्ना के प्रेरित शब्दों के द्वारा कहते हैं, हम निश्चित हो सकते हैं कि हम उसके समान होंगे (पद.2)

हमारी चिंताओं, घावों और असफलताओं के बीच, हमारा अच्छा पिता अनंत प्रेम की आशीष बरसता है l परमेश्वर बल देता है कि हम उससे सम्बद्ध हों, क्योंकि उसने हमें अपने बच्चे बनाया है l

दाता की प्रसन्नता

टिकल मी एल्मो(Tickle Me Elmo)? कैबेज पैच किड्स(Cabbage Patch Kids)? द फर्बी(The Furby) याद हैं? इनमें कौन सी समानता है? इन सभी का स्थान समय के बीस सबसे लोकप्रिय क्रिसमस उपहारों में से हैं l इसके अलावा सूची में मोनोपोली(Monopoly), नाइनटेंडो गेम बॉय(Nintendo Game Boy), और वाई(Wii) हैं l

हम सभी क्रिसमस पर उपहार देने में प्रसन्न होते हैं, लेकिन यह कि क्रिसमस का पहला उपहार देने में परमेश्वर की ख़ुशी की तुलना में कुछ भी नहीं है l यह उपहार एक बच्चे के रूप में आया था, जो बैतलहम की एक चरनी में जन्म लिया था (लूका 2:7) l

उसके विनम्र जन्म के बावजूद, बच्चे के आगमन की घोषणा एक स्वर्गदूत द्वारा की गयी थी, जिसने घोषणा की, “देखो, मैं तुम्हें बड़े आनंद का सुसमाचार सुनाता हूँ जो सब लोगों के लिए होगा कि आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिए एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है” (पद. 10-11) l इस शानदार खबर के बाद, “स्वर्गदूत के साथ स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते दिखाई दिया, ‘आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शांति हो’” (पद.13-14) l

इस क्रिसमस, अपने प्रियजनों को उपहार देने का आनंद लें, लेकिन देने का कारण कभी न भूलें – हमें हमारे पापों से बचाने के लिए परमेश्वर का असाधारण अनुग्रह उसके पुत्र के रूप में उपहार स्वरुप मिला l हम देते हैं क्योकि उसने दिया l हम धन्यवाद के साथ उसकी उपासना करें!

पराजय असम्भव है

“पराजय असम्भव है!” ये शब्द सुज़न बी. एंथोनी (1820-1906) के थे, जो अमेरिका में महिलाओं के अधिकारों के लिए उनके अचल रुख के लिए जाना जाता है l यद्यपि उन्हें लगातार आलोचना का सामना करना पड़ा और बाद में अवैध रूप से मतदान करने के लिए गिरफ्तारी, मुकदमा और दोषी होने के फैसले का सामना करना पड़ा, एन्थोनी ने महिलाओं को वोट देने का अधिकार हासिल करने की लड़ाई कभी नहीं छोड़ने की कसम खायी, विश्वास करते हुए कि उनका कारण जायज़ था l हालाँकि वह अपने श्रम का फल देखने के लिए जीवित नहीं रहीं, लेकिन उनकी घोषणा सही साबित हुयी l 1920 में, संविधान के उन्नीसवें संशोधन ने महिलाओं को मतदान का अधिकार दे दिया l

असफलता नहेम्याह के लिए भी कोई विकल्प नहीं था, खासकर इसलिए कि उसके पास एक शक्तिशाली सहायक था : परमेश्वर l उससे अपने कारण को आशीर्वाद देने के लिए कहने के बाद – यरूशलेम की दीवार का पुनःनिर्माण – नहेम्याह और जो लोग बेबीलोन के निर्वासन से यरूशलेम लौट आए थे, ऐसा करने के लिए काम किया l दुश्मनों से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए दीवार की ज़रूरत थी l लेकिन कारण का विरोध धोखे और धमकियों के रूप में सामने आया l नहेम्याह ने विरोध को उसे डराकर रोकने नहीं दिया l उसने उन लोगों को सूचित किया जिन्होंने काम का विरोध किया था, “मैं तो भारी काम में लगा हूँ” (नहेम्याह 6:3) l उसके बाद उसने प्रार्थना की, “तू मुझे हियाव दे” (पद.9) l दृढ़ता के लिए धन्यवाद, काम पूरा हो गया (पद.15) l

परमेश्वर ने नहेम्याह को विरोध के सामने दृढ़ रहने की शक्ति दी l क्या कोई ऐसा कार्य है जिसके समक्ष आप हार मानने के लिए उत्प्रेरित हैं?  आपको जो कुछ भी जारी रखने की ज़रूरत है उसका प्रावधान करने के लिए परमेश्वर से पूछें l

हृदय पर लिखित

एक प्रोफेसर के तौर पर, मुझे अक्सर छात्रों द्वारा उनके लिए सिफारिश पत्र लिखने के लिए कहा जाता है – नेतृत्व के पदों, विदेश में अध्ययन कार्यक्रमों, स्नातक स्कूलों और यहाँ तक कि नौकरियों के लिए l प्रत्येक पत्र में, मेरे पास छात्र के चरित्र और योग्यता की प्रशंसा करने का एक मौका होता है l

जब प्राचीन संसार में मसीही यात्रा करते थे, वे अपनी कलीसियाओं से इसी प्रकार की “सिफारिस की पत्रियाँ” लेकर चलते थे l इस तरह के पत्र सुनिश्चित करते थे कि यात्री भाई या बहन की पहुनाई की जाएगी l

जब प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थुस की कलीसिया से बात की उसे सिफारिस के पत्र की ज़रूरत नहीं थी – वे उसे जानते थे l इस कलीसिया को लिखी अपनी दूसरी पत्री में, पौलुस ने लिखा कि उसने मन की सच्चाई से, और व्यक्तिगत लाभ के लिए उपदेश नहीं दिया था (2 कुरिन्थियों 2:17) l लेकिन तब उसने सोचा कि क्या उसके पाठक यह सोचेंगे कि उपदेश देने में अपने इरादों का बचाव करने के लिए, वह खुद के लिए एक सिफारिश पत्र लिखने की कोशिश कर रहा था l

उसने कहा, कि उसे इस प्रकार की पत्री की ज़रूरत नहीं थी, क्योंकि कुरिन्थुस की कलीसिया के लोग खुद सिफारिश की पत्री की तरह थे l उनके जीवनों में मसीह का दृश्य कार्य एक पत्री की तरह था “जो स्याही से नहीं परन्तु जीवते परमेश्वर के आत्मा से” लिखा गया था (3:3) l उनका जीवन सच्चे सुसमाचार की गवाही देते थे जो पौलुस ने उन्हें सुनाया था – उनका जीवन सिफारिश की पत्रियाँ थीं जिन्हें “सभी मनुष्य [पहिचान] और [पढ़ सकते थे]” (3:2) l जब हम यीशु का अनुसरण करते हैं, यह हमारे लिए भी सच है – हमारा जीवन सुसमाचार की अच्छाई की कहानी बताता है l