Month: फरवरी 2020

सबसे कठिन स्थान

जेफ आज उसी शहर में एक युवा पास्टर हैं, जहाँ उन्होंने एक समय हेरोइन(नशीला पदार्थ) का सेवन करते थे l परमेश्वर ने उसके हृदय और उसकी परिस्थितियों को एक असाधारण तरीके से बदल दिया l जेफ़ ने कहा, “मैं बच्चों को उन गलतियों को करने से रोकना चाहता हूँ और जिस दर्द से मैं गुज़रा हूँ, उससे दूर रखना चाहता हूँ l और यीशु उनकी मदद करेगा l” समय के साथ, परमेश्वर ने उन्हें नशे की गुलामी से मुक्त कर दिया और उन्हें उनके अतीत के बावजूद एक महत्वपूर्ण सेवा दी l  

परमेश्वर के पास ऐसी परिस्थितियों से अप्रत्याशित भलाई लाने के तरीके हैं जहाँ आशा खो जाती है l यूसुफ को मिस्र में गुलामी में बेच दिया गया और झूठा अभियुक्त बनाकर जेल भेज दिया गया, जहाँ उसे वर्षों तक भुला दिया गया l लेकिन परमेश्वर ने उसे बहाल किया और उसे फिरौन के अधीन सीधे सत्ता के पद पर बिठा दिया, जहाँ वह कई लोगों को बचाने में सक्षम हुआ – जिसमें उसके भाई भी शामिल थे, जिन्होंने उसे छोड़ दिया था l मिस्र में यूसुफ ने विवाह किया और उसके बच्चे हुए l उन्होंने दूसरे का नाम एप्रैम रखा (“दो बार फलदायक” के लिए इब्री शब्द से लिया गया), और इस कारण दिया : “मुझे दुःख भोगने के देश में परमेश्वर ने फलवंत किया है” (उत्पत्ति 41:52) l 

जेफ़ और यूसुफ की कहानियाँ, तीन से चार हज़ार साल अलग होने पर, एक ही अपरिवर्तनीय सच्चाई की ओर इशारा करती हैं : यहाँ तक कि हमारे जीवन में सबसे कठिन स्थान परमेश्वर के लिए कई लोगों की मदद और आशीष के लिए उपजाऊ भूमि बन सकती है l हमारे उद्धारकर्ता का प्यार और शक्ति कभी नहीं बदलती है, और वह उन लोगों के लिए हमेशा वफादार रहता है जो उस पर भरोसा करते हैं l

परमेश्वर की सच्चाई

सी.एस. ल्युईस की द क्रोनिकल्स ऑफ़ नार्निया : द लायन, द विच एंड द वॉर्डरोब (The Chronicles of Narnia : The Lion, the Witch and the Wardrobe) में, सम्पूर्ण नार्निया(काल्पनिक दुनिया) रोमांचित है जब एक शक्तिशाली शेर असलान लम्बे समय की अनुपस्थिति के बाद फिर से प्रकट होता है l हालंकि, उनका आनंद दुःख में बदल जाता है, जब असलान बुरी व्हाइट जादूगरनी द्वारा की गयी मांग को स्वीकार करता है l असलान की स्पष्ट हार का सामना करते हुए, नार्निया के लोग उसकी शक्ति का अनुभव करते हैं, जब वह एक गगनभेदी गर्जन का कारण बनता है, जिससे जादूगरनी आतंकित होकर भाग जाती है l हालाँकि, ऐसा लगता है कि सब कुछ खो गया है, असलान अंततः खलनायक जादूगरनी से बड़ा साबित होता है l 

ल्युईस के रूपक में असलान के अनुयायियों की तरह, एलिशा का नौकर तब निराश हो गया जब वह एक सुबह उठकर खुद को और एलिशा को एक दुश्मन सेना से घिरा हुआ देखा l  “हाय ! मेरे स्वामी, हम क्या करें?” वह चिल्लाया (2 राजा 6:15) l नबी की प्रतिक्रिया शांत थी : “मत डर . . . . जो हमारी ओर हैं, वह उन से अधिक हैं, जो उनकी ओर हैं l” तब एलिशा ने प्रार्थना की, “हे यहोवा, इसकी आँखें खोल दे कि यह देख सके” (पद.17) l इसलिए, “यहोवा ने सेवक की आँखें खोल दीं, और जब वह देख सका, तब क्या देखा कि एलिशा के चारों ओर का पहाड़ अग्निमय घोड़ों और रथों से भरा हुआ है” (पद.17) l हालाँकि, पहले-पहल चीजें नौकर की नज़र से ख़राब लग रहीं थीं, परमेश्वर की सामर्थ्य अंततः दुश्मन की भीड़ से अधिक साबित हुयी l 

हमारी कठिन परिस्थितियाँ हमें विश्वास दिला सकती हैं कि सब खो गया है, लेकिन परमेश्वर हमारी आँखें खोलने की इच्छा रखता है और प्रकट करता है कि वह बड़ा है l 

अकल्पनीय

बार्ट मिल्लार्ड ने 2001 में एक अत्यंत लोकप्रिय गीत लिखा, “आई कैन ओन्ली इमेजिन(I Can Only Imagine) l” यह गीत मसीह की उपस्थिति में कितना अद्भुत होगा को चित्रित करता है l मिल्लार्ड के गीतों ने हमारे परिवार को अगले वर्ष यह दिलासा दिया जब हमारी सत्रह वर्षीय बेटी मेलिसा की कार दुर्घटना में मृत्यु हो गयी और हमने कल्पना की कि उसके लिए परमेश्वर की उपस्थिति में होना यह कैसा था l 

लेकिन कल्पना कीजिये(imagine) ने मेल(Mell) की मृत्यु के बाद के दिनों में मुझसे एक भिन्न तरीके से बात की l जब मेलिसा के मित्रों के पिता लोगों ने चिंता और दर्द से पूर्ण, मुझसे संपर्क किया, उन्होंने कहा, “मैं कल्पना नहीं कर सकता कि आपके ऊपर क्या बीत रही है l”

उनके भाव सहायक थे, यह दिखाते हुए कि वे हमारे नुक्सान के साथ सहानुभूति के साथ जूझ रहे थे – यह अकल्पनीय लग रहा था l 

दाऊद ने बड़े नुक्सान की गहराई को इंगित किया जब उसने “घोर अन्धकार से भरी हुई घाटी” में से चलने का वर्णन किया (भजन 23:4) l किसी प्रियजन की मृत्यु निश्चित रूप से ऐसी है, और हमें कभी-कभी यह पता नहीं होता है कि हम अँधेरे को कैसे पार करेंगे l हम कभी भी दूसरी तरफ जाने की कल्पना नहीं कर सकते l 

लेकिन जैसा कि परमेश्वर ने हमारे साथ हमारी सबसे अँधेरी घाटी में रहने का वादा किया है, वह हमें यह आश्वासन देकर भविष्य के लिए बहुत आशा प्रदान करता है कि घाटी से परे हम उसकी उपस्थिति में होंगे l एक विश्वासी के लिए, “देह से अलग” होने का मतलब है उसके साथ मौजूद होना (2 कुरिन्थियों 5:8) l जैसा कि हम अपने भविष्य में उससे और दूसरों से पुनर्मिलन की कल्पना करते हैं, उससे हमें अकल्पनीय में चलने में सहायता मिलती है l 

सर्वदा उपस्थित उपस्थिति

2018 विश्व कप के दौरान, कोलम्बियाई फॉरवर्ड रेडमेल फाल्काओ ने पोलैंड के खिलाफ सातवें मिनट में गोल करके, एक जीत हासिल की l फाल्काओ का अंतर्राष्ट्रीय खेल में यह तीसवाँ प्रभावशाली गोल था, जिसने उसे अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में एक कोलम्बियाई खिलाड़ी द्वारा सबसे अधिक गोल करने का गौरव दिलाया l 

फाल्काओ ने बार-बार एक अंक प्राप्त करने के बाद अपनी जर्सी को उठाकर कॉन ननकाएस्तारा सोलो : “यीशु के साथ आप कभी भी अकेले नहीं है” लिखे हुए शब्दों के साथ अपनी शर्ट को दिखाकर अक्सर अपने विश्वास को साझा करने के लिए फुटबॉल पिच पर अपनी सफलता का इस्तेमाल किया l  

फाल्काओ का कथन हमें यीशु के आश्वासन पूर्ण प्रतिज्ञा की ओर इंगित करता है, “मैं जगत के अंत तक सदा तुम्हारे संग हूँ” (मत्ती 28:20) l यह जानकार कि वह स्वर्ग लौटने वाला था, यीशु ने अपने चेलों को यह विश्वास दिलाया कि वह हमेशा अपनी आत्मा की उपस्थिति के द्वारा उनके साथ रहेगा, (पद.20); यूहन्ना 14:16-18) l मसीह की आत्मा उन्हें निकट और दूर के शहरों में यीशु के सन्देश को ले जाने के समय उन्हें आराम, मार्गदर्शन, संरक्षण देगी और सशक्त बनाएगी l जब वे अपरिचित स्थानों में तीव्र अकेलेपन के समयों का अनुभव करेंगे, तो मसीह के शब्द उनके कानों में गूंजेंगे, उनके साथ उसकी उपस्थिति की याद दिलाएगा l 

कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम कहाँ जाते हैं, चाहे वह घर के करीब हो या दूर, जैसा कि हम अज्ञात में यीशु का अनुसरण करते हैं, हम भी इसी वादे से बंध सकते हैं l यहाँ तक कि जब हम अकेलेपन की भावनाओं का अनुभव करते समय, यीशु से प्रार्थना करते हैं, हम यह जानकार कि वह हमारे साथ है हम आराम पा सकते हैं l