जब एसतर के फोन का अलार्म हर दिन दोपहर 3.16 बजे बंद हो जाता है, तो वह एक प्रशंसा अवकाश लेती है l वह परमेश्वर का धन्यवाद करती है और उसकी भलाई को स्वीकार करती है l यद्यपि वह दिन भर परमेश्वर के साथ बातचीत करती है, एसतर को यह अवकाश लेना बहुत पसंद है क्योंकि यह उसके साथ उसके अन्तरंग संबंधों को मनाने में मदद करता है l 

उसकी आनंदमयी भक्ति से प्रेरित होकर, मैंने क्रूस पर उसके बलिदान के लिए मसीह का धन्यवाद करने और उन लोगों के लिए प्रार्थना करने के लिए प्रत्येक दिन एक विशिष्ट समय निर्धारित करने का फैसला किया, जिन्हें अभी तक बचाया जाना है l मुझे आश्चर्य करता हूँ कि ऐसा क्या होगा यदि यीशु में सभी विश्वासी अपने तरीके से उसकी प्रशंसा करना बंद कर दें और हर दिन दूसरों के लिए प्रार्थना करें l 

पृथ्वी के छोर तक पहुँचने वाली उपासना की खुबसूरत लहर की छवि भजन 67 में प्रतिध्वनित होती है l भजनकार परमेश्वर के अनुग्रह के लिए अनुनय करता है, समस्त राष्ट्रों में उसके नाम को महान करने की अपनी इच्छा की घोषणा करता है (पद.1-2) l वह गाता है, “देश देश के लोग तेरा धन्यवाद करें; देश देश के सब लोग तेरा धन्यवाद करें (पद..3) l 

वह उसके श्रेष्ठ प्रभुता और विश्वासयोग्य मार्गदर्शन का उत्सव मनाता है (पद.4) l परमेश्वर के महान प्रेम और बहुतायत की आशीषों की जीवित साक्षी के रूप में, भजनकार परमेश्वर के लोगों को प्रफुल्लित प्रशंसा में अगुवाई करता है (पद.5-6) l 

परमेश्वर का अपने अति प्रिय बच्चों के प्रति उसकी निरंतर विश्वासयोग्यता उसे मानने में हमें प्रेरित करती है l जब हम ऐसा करते हैं, दूसरे उसमें भरोसा, उसका आदर, अनुसरण, करने में और उसे प्रभु स्वीकार करने में हमारे साथ मिल जा सकते हैं l