प्रभु का कम्पास (दिशा सूचक यंत्र)
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, वाल्डेमर सेमेनोव एसएस अल्कोआ गाइड (SS Alcoa Guide) पर एक जूनियर इंजीनियर के रूप में सेवा कर रहा था, जब उत्तरी कैरोलिना के तट से लगभग तीन सौ मील दूर──एक जर्मन पनडुब्बी सतह पर आई और जहाज पर आक्रमण की। जहाज टूटा, आग लग गई, और डूबने लगा। सेमेनोव और उसके चालक दल ने एक जीवनरक्षक नौका को पानी में उतारा और जहाज के कंपास का इस्तेमाल शिपिंग मार्ग की ओर जाने के लिए किया। तीन दिनों के बाद, एक गश्ती विमान ने उनकी जीवनरक्षक नौका को देखा और यूएसएस ब्रूम(USS Broome) ने अगले दिन उन पुरुषों को बचा लिया। उस कम्पास की बदौलत सेमेनोव और छब्बीस अन्य चालक दल के सदस्यों को बचा लिया गया।
भजन लिखनेवाले ने परमेश्वर के लोगों को याद दिलाया कि वे जीवन के लिए, एक कम्पास से लैस थे──बाइबल। उसने पवित्रशास्त्र की तुलना "एक दीपक" (भजन संहिता 119:105) से की जो परमेश्वर का अनुसरण करने वालों के लिए जीवन के मार्ग को प्रकाशित करने के लिए प्रकाश प्रदान करता है। जब भजनकार जीवन के गड़बड़ी के जल में बह रहा था, वह जानता था कि परमेश्वर पवित्रशास्त्र का उपयोग आध्यात्मिक दिशांतर और अक्षांश प्रदान करने और उसे जीवित रहने में मदद करने के लिए कर सकता है। इस प्रकार, उसने प्रार्थना की कि परमेश्वर उसे जीवन में निर्देशित करने के लिए अपना प्रकाश भेजे और उसे उसकी पवित्र उपस्थिति के बंदरगाह तक सुरक्षित पहुंचाए (43:3)।
यीशु में विश्वासियों के रूप में, जब हम अपना रास्ता खो देते हैं, तो परमेश्वर पवित्र आत्मा के द्वारा और पवित्रशास्त्र में बताई गई दिशा के द्वारा हमारा मार्गदर्शन कर सकता है। जब हम बाइबल पढ़ते हैं, उसका अध्ययन करते हैं, और उसकी बुद्धि का अनुसरण करते हैं, तो परमेश्वर हमारे दिलों और दिमागों को बदल दे।
भयभीत न हों
मिथुन एक छोटा लड़का था जो सुरक्षा के लिए हमेशा अपने पसंदीदा स्टफ्ड टेडी (खिलोना) को कसकर पकड़े हुए रहता था। वह इसे हर जगह ले जाता था और आराम के लिए इसकी आवश्यकता पर शर्मिंदा नहीं होता था। उसकी बहन मेघा को यह आदत पसंद नहीं थी और वह अक्सर इसे छुपाती रहती थी। हालाँकि मिथुन यह भी जानता था कि उसे अपने टेडी पर कम निर्भर रहना चाहिए और उसे समय-समय पर जाने देना चाहिए, लेकिन वह हमेशा इसे पकड़े हुए रहता था।
एक क्रिसमस में एक चर्च के बच्चों के प्रोग्राम में जिसका शीर्षक था 'क्रिसमस क्या है?' मिथुन को एक कथावाचक के रूप में लिया गया था, और जैसे ही उसने लूका 2:8-14 का पाठ करने के लिए कदम आगे बढ़ाया, विशेष रूप से शब्द "मत डरो," उसने अपने टेडी को गिरा दिया──वह चीज जिसे, जब वह डरता था तो उससे हमेशा चिपका रहता था।
क्रिसमस के बारे में ऐसा क्या है जो हमें याद दिलाता है कि हमें डरने की जरूरत नहीं है? चरवाहों को दिखाई देनेवाले स्वर्गदूतों ने कहा, “मत डरो . . . तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा हुआ है" (लूका 2:10-11)।
यीशु "परमेश्वर हमारे साथ" है (मत्ती 1:23)। हमारे पास उसकी उपस्थिति उसकी पवित्र आत्मा, सच्चे दिलासा देने वाले (यूहन्ना 14:16) के माध्यम से है, इसलिए हमें डरने की आवश्यकता नहीं है। हम अपने "सुरक्षा कंबल" को छोड़ सकते हैं और उस पर भरोसा कर सकते हैं।
प्रार्थना में याद किया गया
बड़े अफ्रीकी चर्च में, पादरी अपने घुटनों पर गिर गया, और परमेश्वर से प्रार्थना करने लगा l "हमे याद रखना!" जैसे ही पास्टर ने याचना की, भीड़ ने चिल्लाते हुए उत्तर दिया, "हे प्रभु, हमें स्मरण कर!" यू ट्यूब पर इस पल को देखकर मैं हैरान रह गया कि मेरे आंसू भी आ गए। प्रार्थना महीनों पहले दर्ज की गई थी। फिर भी यह बचपन के समय को याद करता है जब मैंने अपने परिवार के पासबान को परमेश्वर से यही विनती करते सुना। "हमें याद रखो, प्रभु!"
एक बच्चे के रूप में उस प्रार्थना को सुनकर, मैंने गलत तरीके से यह मान लिया था कि परमेश्वर कभी-कभी हमें भूल जाते हैं। परन्तु परमेश्वर सर्वज्ञ है (भजन संहिता 147:5; 1 यूहन्ना 3:20), वह हमेशा हमें देखता है (भजन संहिता 33:13-15), और वह हमें असीम प्रेम करता है (इफिसियों 3:17-19)।
इससे भी अधिक, जैसा कि हम इब्रानी शब्द ज़कार(zakar) में देखते हैं, जिसका अर्थ है "याद रखना," जब परमेश्वर हमें "याद रखता है", तो वह हमारे लिए कार्य करता है। ज़कर(zakar) का अर्थ किसी व्यक्ति की ओर से कार्य करना भी है। इस प्रकार, जब परमेश्वर ने नूह और "जितने बनैले पशु, और घरेलू पशु उसके संग जहाज में थे" की "सुधि ली," तब उसने "पृथ्वी पर पवन बहाई, और जल घटने लगा" (उत्पत्ति 8:1)। जब परमेश्वर ने बांझ राहेल की भी “सुधि ली,” और उसकी “सुनकर उसकी कोख खोली l इसलिए वह गर्भवती हुयी और उसने एक पुत्र को जन्म दिया” (30:22-23)।
हमें याद करने के लिए प्रार्थना में परमेश्वर से बिनती करने के लिए भरोसे की कितनी बड़ी दलील! वह तय करेगा कि वह कैसे जवाब देता है। हालाँकि, हम यह जानकर प्रार्थना कर सकते हैं कि हमारा विनम्र अनुरोध परमेश्वर को आगे बढ़ने के लिए कहता है।
बहुत बढ़िया!
जिस स्कूल में मेरे दोस्त विजयन फुटबॉल के कोच थे, वह एक कठिन लड़ाई में राज्य का खिताबी खेल हार गया। उनका प्रतिद्वंद्वी पिछले दो वर्षों से अपराजित था। मैंने विजयन को उनकी प्रशंसा करने के लिए एक संदेश भेजा और एक संक्षिप्त जवाब प्राप्त किया : "बच्चों ने लड़ाई लड़ी!"
खेल के बाद किसी भी कोच ने खिलाड़ियों को शर्मिंदा नहीं किया। रास्ते में उनके हादसों या बुरे फैसलों के लिए कोई उन पर चिल्लाया नहीं। नहीं, कोचों ने युवा खिलाड़ियों की प्रशंसा की, जिसकी प्रशंसा की जा सकती थी।
उसी तरह, यह जानना अच्छा है कि यीशु में विश्वास करने वाले उसकी निंदा के कठोर शब्द नहीं सुनेंगे। जब मसीह आएगा और हम उसके सामने खड़े होंगे, तो वह हमें लज्जित नहीं करेगा। जैसा कि हमने उसका अनुसरण किया है, वह देखेगा कि हमने क्या किया है (2 कुरिन्थियों 5:10; इफिसियों 6:8)। मुझे लगता है कि वह कुछ ऐसा कहेगा, "तुम लड़े! बहुत बढ़िया!" प्रेरित पौलुस ने गवाही दी कि उसने "अच्छी कुश्ती लड़ी" और परमेश्वर के द्वारा स्वागत किए जाने की प्रतीक्षा कर रहा था (2 तीमुथियुस 4:7-8)।
जीवन हमारे विनाश के लिए समर्पित एक भयंकर, अडिग दुश्मन के साथ एक निरंतर संघर्ष है। वह यीशु की तरह बनने और दूसरों से प्यार करने के हमारे हर प्रयास का विरोध करेगा। कुछ अच्छी जीतें और कुछ हृदयविदारक हारें होंगी—परमेश्वर जानता है—लेकिन यीशु में उनके लिए कोई अनन्त दंड नहीं होगा (रोमियों 8:1)। यदि हम परमेश्वर के पुत्र के गुणों में उसके सामने खड़े होते हैं, तो प्रत्येक व्यक्ति परमेश्वर से "[अपनी] सराहना/तारीफ़ प्राप्त करेगा" (1 कुरिन्थियों 4:5)।
खूबसूरती से टूटा हुआ
हमारी बस आखिरकार हमारे बहुप्रतीक्षित मंजील पर पहुँच गई──इस्राएल में एक पुरातात्विक खुदाई स्थल, जहाँ हम वास्तव में अपना खुद की कुछ खुदाई कार्य करने वाले थेl साइट के निदेशक ने समझाया कि हम जो कुछ भी खोजेंगे हो सकता हैं वह हजारों सालों से छूटा हुआ हो। मिट्टी के बर्तनों के टूटे टुकड़े खोदकर, हमें ऐसा लगा जैसे हम इतिहास को छू रहे हैं। एक लंबे समय के बाद, हमें एक कार्यस्थल की ओर ले जाया गया, जहां उन टूटे हुए टुकड़े──विशाल फूलदानों से, जो बहुत पहले बिखर गए थे──एक साथ वापस जोड़े जा रहे थे।
तस्वीर एकदम साफ थी। सदियों पुरानी टूटी हुई मिट्टी के बर्तनों का पुनर्निर्माण करने वाले कारीगर परमेश्वर का एक सुंदर प्रतिनिधित्व करते थे जो टूटी हुई चीजों को ठीक करना पसंद करते थे। भजन संहिता 31:12 में, दाऊद ने लिखा, “मैं मृतक के समान लोगों के मन से बिसर गया; मैं टूटे बर्तन के समान हो गया हूँ।” हालाँकि इस भजन को लिखने का कोई अवसर नहीं दिया गया है, दाऊद के जीवन की कठिनाइयों को अक्सर उसके विलापों में स्वर मिलता था—बिल्कुल इस तरह। गीत उसे खतरा, दुश्मनों और निराशा से टूट जाने के रूप में वर्णित करता है।
तो, वह मदद के लिए कहाँ गया? पद 16 में, दाऊद परमेश्वर से दोहाई देता है, "अपने दास पर अपने मुँह का प्रकाश चमका; अपनी करुणा से मेरा उद्धार कर।”
वह परमेश्वर जो दाऊद के भरोसे का पात्र था, वही परमेश्वर है जो आज भी टूटी-फूटी चीजों को ठीक करता है। वह केवल इतना चाहता है कि हम उसे पुकारें और उसके अटूट प्रेम पर भरोसा करें।