भूखों के लिए भोजन
वर्षों से, हॉर्न ऑफ़ अफ्रीका(Horn of Africa-Somalia, Djibouti, Ethiopia, Eritrea, Somaliland) भयंकर सूखे से पीड़ित है, जिसने फसलों को नष्ट कर दिया है, पधुधन को मार डाला है और लाखों लोगों को संकट में डाल दिया है l सबसे कमजोर लोगों में—जैसे कि केन्या के कहुमा शरणार्थी शिविर के लोग, जो युद्धों और उत्पीड़न से भागे हैं—यह और भी गम्भीर है l एक हालिया रिपोर्ट में एक युवा माँ अपने बच्चे को शिविर अधिकारियों के पास लाती है l शिशु गंभीर कुपोषण से पीड़ित था, जिससे उसके बाल और त्वचा निकल गए . . सूखा और नाज़ुक l” वह मुकुराती नहीं थी और खाना नहीं खाती थी l उसका अत्यंत छोटा शरीर काम करना बन्द कर रहा था l विशेषज्ञों ने तुरंत हस्तक्षेप किया l शुक्र है, भले ही ज़रूरतें अभी भी बहुत अधिक हैं, तत्काल, जीवन-या-मृत्यु सम्बन्धी आवश्यकताएं प्रदान करने के लिए एक बुनियादी ढांचा बनाया गया है l
ये निराशाजनक स्थान बिलकुल वही हैं जहां परमेश्वर के लोगों को उसके प्रकाश और प्रेम को चमकाने के लिए बुलाया जाता है(यशायाह 58:8) l जब लोग भूख से मर रहे हैं, बीमार हैं, या खतरे में हैं, तो परमेश्वर अपने लोगों को भोजन, दवा और सुरक्षा प्रदान करने के लिए सबसे पहले बुलाता है—सब यीश के नाम पर l यशायाह ने प्राचीन इस्राएल को यह सोचने के लिए फटकारा कि वे अपने उपवास और प्रार्थनाओं के प्रति विश्वासयोग्य थे, जबकि संकट के समय आवश्यक वास्तविक दयालु कार्य की अनदेखी कर रहे थे : “अपनी रोटी भूखों को बाँट देना,” “मारे-मारे फिरते हुओं को अपने घर ले आना” और “किसी को नंगा देखकर वस्त्र पहिनाना”(पद.7) l
परमेश्वर की इच्छा है कि भूखों को शारीरिक और आत्मिक दोनों तरह से भोजन मिले l और ज़रूरत को पूरा करते हुए वह हमारे अन्दर और हमारे द्वारा कार्य करता है l
पवित्र आत्मा उपस्थित है
एक घरेलू उड़ान के लिए उड़ान से पहले जांच करते समय, एक फ्लाइट अटेंडेंट ने देखा कि एक महिला यात्री उड़ान के बारे में बहुत ही व्याकुल और चिंतित दिख रही थी l अटेंडेंट गलियारे वाली सीट पर बैठ गया, और उसका हाथ पकड़ लिया, उड़ान प्रक्रिया के प्रत्येक चरण को समझाया, और उसे निश्चित किया कि वह अच्छी रहेगी l उसने कहा, “जब आप विमान पर चढ़ते हैं, तो यह हमारे बारे में नहीं है, यह आपके बारे में है l” “और यदि आप अच्छा महसूस नहीं कर रही हैं, तो मैं यह कहने के लिए वहाँ रहना चाहता हूँ, ‘अरे, क्या परेशानी है? क्या ऐसा कुछ है जो मैं कर सकता हूँ?” उनकी देखभाल करने वाली उपस्थिति इस बात की एक तस्वीर हो सकती है कि यीशु ने क्या कहा था कि पवित्र आत्मा उसके विश्वासियों के लिए क्या करेगा l
मसीह की मृत्यु और पुनरुत्थान और स्वर्गारोहण लोगों को उनके पापों से बचाने के लिए आवश्यक और लाभदायक था, लेकिन यह शिष्यों के हृदयों में भावनात्मक अशांति और गहरा दुःख भी पैदा करने वाला था(यूहन्ना 14:1) l इसलिए उसने उन्हें निश्चित किया कि संसार में उसके मिशन/उद्देश्य को पूरा करने के लिए उन्हें अकेला नहीं छोड़ा जाएगा l वह पवित्र आत्मा को उनके साथ रहने के लिए भेजने वाला था—“एक सलाहकार/पक्ष-समर्थक/advocate[उनकी] सहायता करने के लिए और हमेशा के लिए [उनके] साथ रहने के लिए एक वकील”(पद.16) l आत्मा यीशु के बारे में साक्षी देगा और उन्हें मसीह द्वारा किये और कहे गए सभी कार्यों की याद दिलाएगा(पद.26) l कठिन समय में उसके द्वारा उनकी “उन्नति” होगी(प्रेरितों 9:31) l
इस जीवन में, हर कोई—मसीह में विश्वासियों सहित—चिंता, भय और दुःख की अशांति का अनुभव करेगा l लेकिन उसने वादा किया है कि उसकी अनुपस्थिति में, पवित्र आत्मा हमें सांत्वना देने के लिए मौजूद है l
भीतर से रूपांतरित
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन की सबसे भीषण आवासीय आग में, आग ने पश्चिम लन्दन में चौबीस मंजिला ग्रेनफेल टावर(Grenfel Tower) इमारत को अपनी चपेट में ले लिया, जिसमें सत्तर लोग मारे गए l जांच से पता चला कि आग की लपटें इतनी तेजी से फैलने का प्राथमिक कारण नवीकरण(renovation) में उपयोग किया गया आवरण(cladding) था जो इमारत के बाहरी हिस्से को ढकता था l यह सामग्री बाहर से एलुमिनियम की थी लेकिन इसका भीतरी भाग(core) अत्यंत ज्वलनशील प्लास्टिक का था l
इतनी खतरनाक सामग्री को बेचने और लगाने की अनुमति कैसे दी गयी? उत्पाद के बिक्रेता खराब अग्नि सुरक्षा जाँच परिणामों का खुलासा करने में विफल रहे l और खरीदार, सामग्री की सस्ती कीमत से आकर्षित होकर, चेतावनी के संकेतों पर ध्यान देने में विफल रहे l चमकदार आवरण बाहर से अच्छा लग रहा था l
यीशु के कुछ कठोर शब्द धार्मिक शिक्षकों को संबोधित थे, उन्होंने अच्छा दिखने वाले बाहरी आवरण के पीछे भ्रष्टाचार को छिपाने का आरोप लगाया l उन्होंने कहा कि वे “चूना फिरी हुयी कब्रों” की तरह थे—“बाहर से सुन्दर” लेकिन अन्दर से मुर्दों की हड्डियों . . . से भरे”(मत्ती 23:27) l “न्याय और दया और विश्वास”(पद.23) का पीछा करने के बजाय, उनका ध्यान अच्छा दिखने पर केन्द्रित था—कटोरे को ऊपर ऊपर” साफ़ करते थे, लेकिन अन्दर के “अंधेर और असंयम” को नहीं(पद.25) l
अपने पाप और टूटेपन को ईमानदारी से ईश्वर के सामने लाने की तुलना में अच्छा दिखने पर ध्यान केन्द्रित करना सरल है l लेकिन एक अच्छा दिखने वाला बाहरी हिस्सा भ्रष्ट हृदय को कम खतरनाक नहीं बनाता है l परमेश्वर हमें आमंत्रित करता है कि वह हम सभी को अन्दर से बदल दे(1 यूहन्ना 1:9) l
यीशु जो डाली/शाखा है
लाल पहाड़ों के बीच से दिखाई देता हुआ होली क्रोस का खूबसूरत चैपल(चर्च) है l छोटे चैपल में प्रवेश करते हुए, मैं तुरंत क्रूस पर यीशु की एक असामान्य मूर्तिकला(sculpture) की ओर आकर्षित हुयी l पारंपरिक क्रूस के बजाय, यीश दो डालियों वाले एक पेड़ की शाखाओं पर क्रूस पर चढ़ा हुआ दिखाया गया है l क्षैतिज/horizontal रूप से, एक कटा हुआ, मृत डाल पुराने नियम में इस्राएल के गोत्रों का प्रतिनिधित्व करता है जिन्होंने परमेश्वर को अस्वीकार कर दिया था l दूसरी डाल ऊपर की ओर बढ़ती है और शाखाएं निकलकर यहूदा की समृद्ध गोत्र और राजा दाऊद की पारिवारिक वंशावली का प्रतीक है l
प्रतीकात्मक रूप से महत्वपूर्ण कला पुराने नियम में यीशु के बारे में एक महत्वपूर्ण भविष्वाणी की ओर इशारा करती है l यद्यपि यहूदा का गोत्र दासत्व में रह रहा था, नबी यिर्मयाह ने परमेश्वर की ओर से एक आशापूर्ण सन्देश दिया : “जो वचन मैं ने इस्राएल और यहूदा के घरानों के विषय में कहा है, उसे पूरा करूँगा”(यिर्मयाह 33:14) ताकि एक बचानेवाला दिया जा सके जो “इस देश में न्याय और धर्म के काम करेगा”(पद.15) l लोगों को बचानेवाले की पहचान जानने का एक तरीका यह था कि वह “दाऊद के वंश” से उत्पन्न होगा(पद.15), जिसका अर्थ है कि बचानेवाला राजा दाऊद का शारीरिक वंशज होगा l
मूर्तिकला(sculpture) कुशलतापूर्वक एक महत्वपूर्ण सत्य को अधिकार में कर लेता है कि यीशु के पारिवारिक वंश के विवरण में, परमेश्वर वह सब करने में विश्वासयोग्य था जिसकी उसने प्रतिज्ञा की थी l इससे भी अधिक, यह एक ताकीद है कि अतीत में उसकी विश्वासयोग्यता निश्चित करती है कि वह भविष्य में हमसे की गयी अपनी प्रतिज्ञाओं को पूरा करने के लिए विश्वासयोग्य रहेगा l
भुगतान
1921 में, कलाकार सैम रोडिया(Sam Rodia) ने अपने वाट्स टावर्स(Watts Towers) का निर्माण शुरू किया l तैतीस साल बाद, सत्रह मूर्तिकला लॉस एंजेल्स(Los Angeles) के ऊपर तीस मीटर तक ऊंची हो गयीं l संगीतकार जेरी गार्सिया(Jerry Garcia) रोडिया के जीवन-कार्य को ख़ारिज कर रहे थे l गार्सिया ने कहा, “यही भुगतान/परिणाम/ईनाम है l” “वह चीज़ जो आपके मरने के बाद भी मौजूद रहती है l” फिर उन्होंने कहा, “वाह, यह मुझे पसंद नहीं है l’
तो उसके लिए भुगतान क्या था? उनके सहयोगी बॉब वियर(Bob Wier) ने उनके दर्शन को संक्षेप में बताया : “अनंत काल में कुछ भी याद नहीं किया जाएगा l तो क्यों न केवल आनंद लिया जाए?”
एक धनी, बुद्धिमान व्यक्ति ने एक बार वह सब कुछ करके जो वह संभवतः कर सकता था “भुगतान/ईनाम(payoff)” खोजने की कोशिश की l उसने लिखा, “चल, मैं तुझ को आनंद के द्वारा जाचूँगा”(सभोपदेशक 2:1) l लेकिन उसने कहा, “न तो बुद्धिमान का और न मूर्ख का स्मरण सर्वदा बना रहेगा”(पद.16) l उसने निष्कर्ष निकला, “जो काम संसार में किया जाता है मुझे बुरा मालूम हुआ”(पद.17) l
यीशु का जीवन और सन्देश ऐसे अदूरदर्शी जीवन(shortsighted living) का मौलिक रूप से विरोध करता है l यीशु हमें “बहुतायत का जीवन” देने के लिए आया (यूहन्ना 10:10) और हमें आनेवाले जीवन को ध्यान में रखते हुए इस जीवन को जीना सिखाया l उसने कहा, “पृथ्वी पर धन इकट्ठा न करो” “परन्तु अपने लिए स्वर्ग में धन इकट्टा करो”(मत्ती 6:19-20) l फिर उसने निचोड़/रहस्य बताया : “पहले तुम परमेश्वर के राज्य और धर्म की खोज करो तो ये सब वस्तुएं भी तुम्हें मिल जाएँगी”(पद.33) l
यही भुगतान है—सूर्य के नीचे और उसके पार भी l