Month: फरवरी 2016

जीवन रक्त

मेरी ऐन परमेश्वर और यीशु में विश्वास करती थी, किन्तु हमारे उद्धार हेतु यीशु को क्यों अपना लहू बहाना पड़ा से संघर्ष करती थी l कौन किसी वस्तु को लहू से साफ़ करेगा? फिर भी बाइबल कहती है, “व्यवस्था अनुसार प्रायः सब वस्तुएँ लहू के द्वारा शुद्ध की जाती है” (इब्रा. 9:22) l

तब एक दिन वह अस्पताल गई l…

उम्र में बढ़ना

अपने युवा पौत्र और उसके मित्रों को टी-बॉल खेलते देखना मनोरंजक है l बेसबॉल के इस रूप में, युवा खिलाड़ी गलत अड्डे की ओर दौड़ते हैं या बॉल पकड़ने के बाद उसके साथ क्या करना है नहीं जानते हैं l यदि हम व्यवसायिक बेसबॉल देखते होते, ये गलतियाँ मनोरंजक नहीं होतीं l

यह परिपक्वता का विषय है l

नहीं जानना…

ध्यान देना

किसी ख़ास अवसर के लिए घर साफ़ करते समय, मैं निराश होती हूँ क्योंकि मेरे विचार से जो मैं साफ़ नहीं करती हूँ मेहमान उसे ही देखेंगे l इससे मेरे मस्तिष्क में एक और बड़ा तार्किक और आध्यात्मिक प्रश्न कौंधता है l मनुष्य क्यों सही की अपेक्षा गलत पर तुरंत ध्यान देते हैं? हम दयालुता से अधिक अशिष्टता याद रखते…

वृद्ध किस तरह हों

“माँ, आज आप कैसी हैं?” मैंने यूं ही पूछा l मेरी 84 वर्षीय वृद्ध मित्र, अपने जोड़ों में पीड़ा और दर्द की ओर संकेत करके फुसफुसाई, “वृद्धावस्था कठिन है!” तत्पश्चात् उन्होंने अनुराग से कहा, “किन्तु परमेश्वर मेरे लिए भला रहा है l”

बिली ग्रेहेम अपनी पुस्तक निअरिंग होम में कहते हैं, “मेरे जीवन का महानतम् आश्चर्य वृद्ध होना रहा है…

उत्साह बुख़ार(Go Fever)

जनवरी 28, 1986 में, मौसम-सम्बन्धी पांच विलम्ब पश्चात्, अन्तरिक्ष यान चैलेंजर कानफोडू आवाज़ और ज्वाला के मध्य आसमान की ओर चला l केवल 73 सेकंड पश्चात्, यान टुकड़े-टुकड़े हो गया, और चालक दल के सभी सात सदस्य मारे गए l

यह महा दुर्घटना ओ-रिंग सील के टूटने से हुआ l अंतरंगी इस घातक चूक को “go fever कहते हैं -एक…

अग्रिम दृष्टि

जब 63 वर्ष की उम्र में अचानक हौलैंड के महान चित्रकार रेम्ब्रेंट की मृत्यु हो गई, उसके चित्रफलक पर एक अधूरी चित्र पायी गई l वह शमौन की उस भावना पर ध्यान केन्द्रित है जब वह मंदिर में यीशु को गोद में लेता है l फिर भी पृष्ठभूमि और स्वाभाविक विवरण अधुरा है l कुछ एक कला विशेषग्य मानते हैं…

एक बेहतर परिप्रेक्ष्य

बचपन में मुझे पेड़ पर चढ़ना पसंद था l कभी-कभी, बेहतर दृष्टि के लिए, मैं किसी डाली के झुकने तक उसके छोर तक पहुँच जाती थी l कोई आश्चर्य नहीं, कि अब मैं पेड़ पर नहीं चढ़ सकती l अब वह सुरक्षित या सम्मानजनक भी नहीं l

एक समृद्ध व्यक्ति, जक्कई यरीहो में अपना आत्म-सम्मान त्यागकर (और शायद अपनी सुरक्षा…

कमरे में कहानियाँ

दक्ष हाथों द्वारा कटी लकड़ी से बना पुराना कमरा l किन्तु ढांचा ही आधी निधि थी l अन्दर, घर को स्मृतियों से पूर्ण करती दीवारों पर टंगी पारिवारिक विरासत l मेज पर हाथ से बनी अन्डे की टोकरी, बिस्कुट बनाने की पुरानी तख्ती, और एक दीया l दरवाजे पर टंगी एक ऋतुक्षरित विशेष टोपी l “हर वस्तु के पीछे एक…

शांत रहें

वर्षों पूर्व मैं एक-दो हफ़्तों में पत्रों के उत्तर देकर अपने पत्रव्यवहारियों को प्रसन्न रखता था l उसके बाद फैक्स मशीन, द्वारा लोग एक-दो दिनों में उत्तर पाकर संतुष्ट हो जाते थे l आज लोग, ई-मेल, त्वरित सन्देशन, और मोबाइल फोन से उत्तर की अपेक्षा उसी दिन करते हैं!

चुप हो जाओ, और जान लो कि मैं ही परमेश्वर हूँ…